हमसफ़र
हमसफ़र
जिंदगी का सफ़र है बड़ा ही कठिन,
साथ जो हमसफर तो न कोई गम ।
विघ्न बाधा मुसीबत सभी सह के भी,
साथ छोड़ेंगे तेरा न जब तक है दम ।।
तुम खुशी हो मेरी चैन हो आप ही ,
आप ही जिंदगी का हसीं ख्वाब हो ।
तुम तमन्ना मेरी मेरा सबकुछ तुम्हीं ,
मैं तुम्हारा हुआ मेरे बस आप हो ।।
तुम सदा ही रहो मेरे सम्मुख ही बस,
दृष्टि से होना ओझल नहीं तुम कभी ।
तुम जो रूठो तो तुमको मनाएंगे हम,
बिन तुम्हारे जगत के हैं झूठे भरम ।।
बस मेरी जिंदगी का सहारा हो तुम,
भव भंवर से तुम्ही पार ले जाओगे ।
छोड़ दे साथ जग कोई मुझको न गम,
साथ छूटा तुम्हारा तो मर जाएंगे ।।