हमसफ़र
हमसफ़र
ईश्वर का आशीर्वाद बनकर
एक दूजे की तकदीर से जुड़ जाते
कल्पनाओं से उतरकर
जिंदगी की हकीकत बन जाते हैं
प्रणय का आधार बनकर
अपनेपनन का एहसास दिलाते
हृदय की धड़कन बनकर
श्वासों की डोर बन जाते हैं
एक दूसरे की रौशनी बनकर
आंखों में चमक लातें हैं
होंठों पर मुस्कान लाकर
चेहरे का नूर बन जाते हैं
जिंदगी के साज़ बनकर
दिल की आवाज बन जाते
कभी ग़ज़ल के अल्फाज़ बन
काग़ज़ पर उतर जाते हैं
अरुणोदय की लालिमा बनकर
आशाओं के दीप जलाते हैं
बनकर सूर्य की किरण
जीवन में रौशनी फैलाते हैं
खुशबू हिना की बनकर
हाथों में रच जाते
उतरकर तसव्वुर से
हाथों की लकीरों में समा जाते हैं
उमंग की लहरें बनकर
जीने की चाह जगाते हैं
थामकर जीवन की डोर
कदमों में खुशियां बिछा देते हैं
लबों पर मुस्कान लाकर
चेहरे का नूर बढ़ाते हैं
संग संग चलकर वो
हमसफ़र बन जाते हैं।