हमारे बच्चे
हमारे बच्चे
हमारे बच्चे /पढेंगे,लिखेंगे
हुनर का प्रशिक्षण लेंगे
कारखाने के मजदूर होंगे
उत्पादन बढ़ाएँगे
खराब हालातों में काम करेंगे
खतरे ढोयेंगे
अफसरों के सिनिकल आदेशों का
करेंगे पालन
दबेंगे, घुटेंगे, बोलेंगे/
और फट पड़ेंगे
यूनियन में संगठित होंगे
पूँजी और राजसत्ता की ताकत से टकराएँगे
लहूलुहान होंगे /बर्बाद होंगे
यातनाएं भोगेंगे /जेल तीर्थ होंगे
लेकिन,वे फिर /मजदूरों के प्रेरणास्रोत बनेंगे
वे पढेंगे, लिखेंगे और संगठित होंगे
राजसत्ता को हथियाने की तैयारी करेंगे
रास्ते में शेर सोने का कंगन लेकर आएगा
तब उनके बीच एक गिरगिट पैदा होगा
जो अपनी पांतों में कमजोरियों के बीज बोएगा
और अपने आकाओं को खुश करेगा
ध्यान रखो दोस्त! अपनी पांतों में
कमजोरी/ निराशा फ़ैलाने देने का
मतलब है/ दुश्मन के आगे घुटने टेकना।