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sadhna Parmar

Romance

3  

sadhna Parmar

Romance

हक़ है तुम्हें

हक़ है तुम्हें

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मुझे सोते हुए जगाने का 

हक़ है तुम्हें, 

मुझे काम करते हुए सताने का

हक़ है तुम्हें, 

मुझे खाना बनाते हुए छेड़ने का

हक़ है तुम्हें, 

अपनें हाथों से खाना खिलाने का

हक़ है तुम्हें, 

मेरे लिए देर रात तक इंतजार करने का

हक़ है तुम्हें, 

मेरे लिए कभी-कभार चाय बनाने का

हक़ है तुम्हें, 

मुझसे बात-बात पे रूठने का

हक़ है तुम्हें, 

मुझसे ढेर सारी मुहब्बत करने का

हक़ है तुम्हें, 


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