हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
हिंदी भारत देश की मातृभाषा है
अनेकता में एकता की परिभाषा है
सुंदर ओजस्वी इसका स्वरूप है
नहीं कोई और इसके अनुरूप है
मीठी मधुर व सरल इसकी वाणी है
समृद्धता में नहीं कोई इसका सानी है
भाषा हर देश की पहचान होती है
उसका मान सम्मान व अभिमान
होती है
आज के आधुनिक दौर में ऐसी
इक लहर आई है
सबके दिलो दिमाग़ पर बस
अंग्रेज़ी ही छाई है।
चमक धमक अंग्रेज़ी की सबको
लुभा रही है
उसकी ज़ुबान तहज़ीब सबको
अपना बना रही है
मत भूलो बरसों पहले इस अंग्रेज़ी ने ही
हमको ग़ुलाम बनाया था
तब इसी 'हिंदी'भाषा की एकता ने
ग़ुलामी से आज़ाद करवाया था
'एकता' के इस साधन का आओ
मिलकर सम्मान करें
14 सितम्बर को ही क्यों? हर दिन
इसका गुणगान करें।
'हिंदी दिवस' पर संकल्प करें
हिंदी में सब काम करेंगे
अपने अथक प्रयासों से हम
इसका उत्थान करेंगे।