हिन्द दिल बसने लग
हिन्द दिल बसने लग
धारा तीन सौ सत्तर हटी सीना तुम्हारा क्यो फटने लगा
मोदी है तो मुमकिन है पाक मोदी नाम क्यो जपने लगा
मना रहे सब जश्ने आज़ादी आकर कश्मीर देख लो
था जो आतंक अलगाव गुलामी घना साया छटने लगा
है भारत इंच इंच फौलाद औलाद कोई छू सकता नहीं
जर्रे जर्रे समाया वीरों बलीदान नाम दुश्मनों कंपने लगा
कह लो चाहे हिन्दी मुस्लिम सीख ईसाई या कोई हमे
है मिट्टी चन्दन वतन तिलक नाम हिन्द दिल बसने लगा
चले चाल लाख दुश्मन कोई देश अब बंट सकता नहीं
हर आवाम दिल हिन्द समाया चर्चा ये खास बटने लगा