मैंने कभी किसी को मरने के लिये बोला नहीं, पता नहीं मुझे इसका ख्याल कैसे आ रहा है। मैंने कभी किसी को मरने के लिये बोला नहीं, पता नहीं मुझे इसका ख्याल कैसे आ रहा...
विरह वेदना को शब्दों में व्यक्त नहीं कर पाता हूं। जब भी प्रेम की बातें होतीं अबोल सा । विरह वेदना को शब्दों में व्यक्त नहीं कर पाता हूं। जब भी प्रेम की बातें होतीं ...