हाइकु-भाई
हाइकु-भाई
भाई भाई में
प्रेमभाव कितना
बच्चे बताते।
भाई का भाई
पर, विश्वास बने
समृद्धि बढ़े
बैर बढ़ता
आज भाई भाई में
एकता कहाँ।
विचार करो
भाई तो अब भी है
भेद कैसा।
ये कैसा प्रेम
भाई भाई का शत्रु
कैसे ये भाई।
समय चक्र
भाई सबसे दूर
भाई दुश्मन।
भाई सा सगा
भाई सा ही दुश्मन
और नहीं कोई।
एक ही कोख
से,जन्में तो हैं दोनों
अंतर देखो।
काम आते हैं
विषम हालत में
भाई भाई के।
भाई ही भाई
से,मुंह मोड़ लेता
ये कैसे भाई।
लालच बढ़ा
हक छीनता आज
भाई भाई का।