गुनाहगार
गुनाहगार
हाँ मैं गुनाहगार हूँ तुझे महफ़िल में शामिल किया,
मैं कातिल हूँ तेरी हसरतों का बज्म में शामिल किया।
नीरस सी लगने लगी थी जिदंगी तेरे बिन मेरी,
दिल की किताब के हर पन्ने पर तुझे शामिल किया।
शौक था मुझे भी इश्क की राहों में आगे बढ़ने का ,
ख़्वाहिश को मार कर तुझे ख़्वाब में शामिल किया।
मेरी सांसें चलती हैं सिर्फ तुम्हें देख कर पता है ना,
ग़म को कर दरकिनार मुस्कराहट में शामिल किया।
हम करते रहे बस इंतजार उनका हर लम्हा ,
भूल गए खुद को जिन्हे अपनी मोहब्बत में शामिल किया।
मेरा इश्क उनके लिए लहराती लहरों सा था शायद,
उन्हे कभी फुर्सत मिली नहीं जिसे "राज" ने निगाहों में शामिल किया ।।