सुनो सुनाए बात प्रीत की जीवन के उन सच्चे मित की। सुनो सुनाए बात प्रीत की जीवन के उन सच्चे मित की।
माँ तुमने मुझे जन्म दिया ।पाल पोष के बड़ा किया ।। माँ तुमने मुझे जन्म दिया ।पाल पोष के बड़ा किया ।।
माँ और मेरा बचपन माँ और मेरा बचपन
आवाज़ देकर बुलाने वालीमाफ सदा कर देने वालीवो मेरी मां खो गयी कहींचुपके से आ जाओ यहीं आवाज़ देकर बुलाने वालीमाफ सदा कर देने वालीवो मेरी मां खो गयी कहींचुपके से आ जाओ य...
यह रचना हर मां को समर्पित है। यह रचना हर मां को समर्पित है।
मैं तो सच में मर ही जाता, अगर मां तुम ना होते। अगर मां तुम ना होते।। मैं तो सच में मर ही जाता, अगर मां तुम ना होते। अगर मां तुम ना होते।।