गर बदलनी है दुनिया को
गर बदलनी है दुनिया को
गर बदलनी है दुनिया को,
तो पहले खुद को बदलो
अगर बदलनी है व्यवस्था को
तो पहले खुद को व्यवस्थित करो।
गर सिखलानी है दुनिया को प्रीत की परिभाषा
तो पहले खुद से प्रेम से जीना सीखो।
गर बदलनी है दुनिया को
तो पहले खुद को बदलो।
गर तोड़नी है समाज की बेड़ियाँ तो
तो पहले खुद की अहंकार के बंधन को तोड़ो।
गर बदलनी है समाज की मानसिकता,
तो पहले खुद की संकीर्णता को बदलो।
गर बनना है दुनिया का पथप्रदर्शक तुझे तो
पहले खुद के पग को अपनी पंक्ति में करो।
गर बदलनी है समाज की व्यवस्था को
तो पहले खुद को व्यवस्थित करो।
गर बदलनी है दुनिया को,
तो पहले खुद को बदलो।
गर देखनी है दुनिया का चेहरा तुझे तो
एकबार खुद को भी आईने में गौर से देखो।
गर बदलनी है दुनिया को
तो पहले खुद को बदलो।