ग़ज़ल
ग़ज़ल
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तूने जब पायल खनकाई।
मेरे मन ने ली अंगड़ाई।।
तुम बिन देखो मेरे यारा,
इस जीवन में है तन्हाई।
ये रोए नैन ना मिले चैन,
जीना मुश्किल है हरजाई।
तेरा दर्द बसा है सीने में,
यादों से कर ली तुरपाई।
मनफूल मेरा खिल जाता,
मुझे देख जब तू मुस्काई।
सिहर गया मेरा अंतर्मन,
पलकें जो तूने झपकाई।
देख तुम्हारा चन्द्र बदन,
पलकें ना मैंने झपकाई।