एक अनोखी प्रेम कहानी
एक अनोखी प्रेम कहानी
आओ सुनाऊं प्यार की एक कहानी,
एक था पगला..एक थी पगली दीवानी,
आओ सुनाऊं उनके बचपन के प्यार की एक कहानी,
बचपन की ढलती उम्र थी,
चढ़ती जवानी उम्र मे प्यार का चढ़ता वो रंग था,
सावन का वो मौसम था,
वो ढलती शाम थी,
जो उनके प्यार के रंग के नाम थी,
क्रिकेट का वो मैदान था,
शानदार वो शॉट था,
वो गेद ऎसा शाॅट कर गयी,
जो जाकर सीधा दिल मे land हो गयी,
बाउंड्री के बाहर Ball कैच हुई,
गेम मे तो जीत हुई,
पर दिल उस कैच के आगे हार बैठा,
दोनो मे एक प्यार भरी टकरार और एक नयी कहानी की शुरुआत हुई,
वो चाँद है तो वो भी चांदनी से कम नहीं,
वो एक ख्याल है तो वो भी कोई ख्वाब से कम नहीं,
वो है प्यारा सा रसगुल्ला तो वो भी रसमलाई से कम नहीं,
वो है शायर तो वो है उसकी शायरी,
वो है कलम तो वो है उसकी स्याही,
ये दोनो है एक दुजे के लिए बने,
हाय! इनको किसी की नजर ना लग जाए,
खुदा करे इनकी ज़िन्दगी मे चार चाँद लग जाए,
बड़ी मजेदार है इनकी प्रेम कहानी,
सारी उम्र बना रहे ये साथ,
उनकी ज़िन्दगी मे हमेशा चमकता रहे ये प्यार का चांद।