एहसान
एहसान
कभी कभी
सिर्फ एक शब्द ही
लगता है हमें
हमारे ऊपर
एहसान करने वाला।
करके भूल भी जाता है
लेकिन आज के जमाने में
एहसान लेने वाला भी
भूल जाता है
बस वो यही से
अपने लिये
मुश्किलों को न्योता
देने लगता है।
याद रखो
कोई आपके साथ
सुई की नोक के बराबर
की भी भलाई करता है
तो बस भलाई को हमेशा
याद रखो।
उस इंसान को कभी
मत भूलो
कोशिश करो कि
आप भी उसके
मुश्किल वक्त में
उसके काम आये।
यदि उसके काम न
आ पाए तो
किसी और के काम आकर
इन्सानियत का फर्ज
जरूर से निभाये।।