दरवाजा
दरवाजा
दरवाजा खुला है दिल का
तुम मुस्कुरा के आना सनम
प्यारी प्यारी बातें करना
मेरा तोड़ न देना भ्रम
तुम्हारी मुस्कुराहट पे फ़िदा हूँ मैं
मुझे ऐसे ही रिझाती रहना
तुमसे न दूर हो पाऊँ मैं
ऐसे प्यार में बांधे रखना
तुमको ही देखा करूं मैं
जब चेहरे पर आए लाली
तुम केश जब भी बिखेरो मुझ पे
तो छा जाए घटा काली
उस काली घटा में मैं
चैन की नींद सो जाऊं
देखूँ तुमको ही उसमें
और गीत सुहाना गाऊँ
दरवाजा बंद कर लूँ
सपने का मेरे जानम
बस तुम हो और मैं हूँ
जकड़ लूँ तुम्हारा दामन
जाने न दूँ मैं तुमको
तुम्हें बांहों में बांधे रखूँ
दरवाजा बंद है देखो
और तुमको ही मैं चाहूं।