दिल के बीमार हो गए
दिल के बीमार हो गए
न जाने कितने आशिक तेरे हो गए
तेरे प्यार में गुमसुम से पागल हो गए
तेरी दीवानगी इस कदर छायी रही
अच्छे खासे हो के भी दिल के बीमार हो गए
हाँ तुझे तो पता था हुनर अपना
हो के हुनरमंद फिर भी बेकार हो गए
वो काला तिल चेहरे की रौनक बन गया
जिसके आगे फ़ैल सारे तरफदार हो गए
झील सी आँखों में तेरे मुझे प्यार दिख गया
मेरे नजरों में दिल के वफादार हो गए
तू धूप, बारिश और सर्दी का हमसफ़र बन गया
तुझको पा के प्रेम-घर के मालिकदार हो गए