दिल दुआ दवा
दिल दुआ दवा
दिल दुआ दवा सब है
मर्ज दर्द वबा सब है
दुनिया को क्या रास आते हम
बाहर और अंदर खफा सब है
तुम नहीं हो बस संग अब
शाम शराब धुआँ सब है
बारूद ने कर दिया शहर खाली
खंडर बंजर यहाँ वीरा सब है
रंग से क्या बाटते हो इंसानों को
गोरा काला सांवला अपना सब है
आशिक़ी दिल मांगती हैं उम्र नहीं
बाहे निगाहें यहाँ नशा सब है