दीपक बनकर जलते रहना
दीपक बनकर जलते रहना
दीपक बनकर जलते रहना
जग को रौशन करते रहना
अंधेरों से तुम कभी न डरना
दीपक बनकर जलते रहना।
सुख-दु:ख मिलकर सहना
पीड़ा जन-जन की हरना
नई उमंग जीवन में भरना
दीपक बनकर जलते रहना।
बैर किसी से कभी न करना
प्रेम-भाव हृदय में भरना
मिल-जुलकर आगे बढ़ना
दीपक बनकर जलते रहना।
कटु वचन कभी न कहना
आस नई जीवन में भरना
जीवन पथ पर बढ़ते रहना
दीपक बनकर जलते रहना।