देशभक्ति का जज़्बा
देशभक्ति का जज़्बा
मुझे वो देशभक्ति का प्रभू जज्बा सिखा देना
मरूॅं मैं देश के खातिर प्रभू इतना बता देना
वतन के वास्ते जीना वतन के वास्ते मरना
वतन पे जां फिदा करना प्रभू हमको सिखा देना
कलम से हम शहीदों का ज़रा गुणगान लिख पाए
हमारे मन में ऐसी देश की भक्ति जगा देना
छनाछन पायलों की छोड़ के झंकार को अब तो
लिखे तलवार की गाथा ज़रा हमको बता देना
तिरंगा गिर न पाए हाथ से मुश्किल भले आये
हमारे हाथ में इतनी ज़रा ताकत दिला देना
कभी मेरी जवानी भी वतन के काम आ जाये
रगों में खून की ऐसा प्रभू धारा बहा देना
नहीं भूखा रहे कोई नहीं प्यासा रहे कोई
नहीं भटके कहीं कोई प्रभू इतनी दुआ देना
जमाने के सताये हैं यहाँ निर्धन बहुत सारे
कृपा रस से प्रभू उनका ज़रा जीवन भिगा देना