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Sarita Kumar

Romance

3  

Sarita Kumar

Romance

डोर

डोर

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कहते हैं 

जताया न करो 

मुझसे, कुछ भी बताया न करो 

देता हूं जो कुछ तुम्हें 

उसे मौन स्वीकारा करो 

हासिल जो हुआ 

उसे जाहिर न करो 

अपनी दीवानगी 

दिखाया न करो 

लेकर प्यार मेरा 

तुम इतराया न करो 

बड़ी जालिम है जमाना 

अपनी खुशियां दिखाया न करो 

यकीन रखो खुद पर ....

बाहर मुझको तलाशा न करो 

दूर हुआ नहीं लम्हात भर के लिए 

झांक कर दिल में , मुस्कुराया करो

धड़कता है जब तक दिल तुम्हारा ........

मेरे सांसों को तुम गिन लिया करो 

वो डोर जो बंधी है 

तुमसे मेरी , 

उसके सहारे महसूस किया करो।



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