चलो चलते हैं !
चलो चलते हैं !
ॐ जय श्री राधे-कृष्णा ॐ
जीवन एक रास्ते अनेक..
कुछ भावनाओं से जुड़े,
कुछ संवेदनाओं से !
कुछ शंकाओं के उबड़-खाबड़ !
कुछ तृष्णाओं के पथरीले !
कुछ अहम भरे तो कुछ वहम लिए !
कुछ चिंतन दिव्य प्रकाश लिए !
कुछ लोभ-लालसा, अभिलाषा के उल्टे-सीधे !
कुछ जिम्मेदारियों और कर्तव्यों के संघर्षों भरे !
कुछ अंधियारों के भय भरे !
कुछ उजियारों के कान्ति भरे !
कुछ शोक लिए हैं दर्द भरे !
कुछ संतुष्टि अनुभाव लिए !
कुछ प्रकाशित आशाओं से !
कुछ धुंधले निराशाओं से !
कुछ चुभते शूलों भरे !
कुछ उफनते साहस भरे !
जीवन एक रास्ते अनेक..
चलो चलते हैं इन पर
इनको अपनाते अपना बनाते
साहस की छाँव में
अडिगता के शौर्य में
निर्भीकता के रथ पे सवार
हौसलों की ढाल लिए
पुरुषार्थ की तलवार लिए
लक्ष्य साधने...
पराक्रम की कमान पर
एकाग्रता के तीर लिए
चलो चलते हैं
इन रास्तों को भेदने
इन्हें अपना बनाने
जीवन को सिखाने
कि जीवन क्या है ?
चलो चलते हैं
मानव धर्म निभाने
चलो चलते हैं !