चिड़िया हूँ मैं
चिड़िया हूँ मैं
चिड़िया हूँ मैं मुझे चहकने दो
मत घसीटो मुझे शक की जंजीरों में
पंख खुले है मेरे मुझे उड़ने दो
भरोसा रखो वापस उसी पेड़ पर
आउंगी
पर मुझे पिंजरे में क़ैद मत करो
चिड़िया हूँ मैं मुझे उड़ने दो
काट दो पर जो मेरे तो
वही तड़प के मर जाऊंगी
औरों की तरह पिंजरे में बंद
रह नहीं पाऊँगी
भरोसा रखो लौट के उसी पेड़ पे
आऊंगी