छोटा सा हिंदुस्तान बनाती है
छोटा सा हिंदुस्तान बनाती है
सात समुंदर पार हूं फिर भी एहसास होता है
की वतन की मिट्टी आवाज लगाती है
हवाओं में भी उसकी खुशबू आती है
दूर हूं फिर भी मां भारती चूमकर
माथा साथ होने का एहसास दिलाती है
गर्व होता है संस्कृति पर अपनी जब
धानी चुनर ओढ़ कर बिटिया मेरी इतराती है
त्योहारों पर श्रीमती अपने देश के जायकेदार व्यंजन बनाती है
जुड़ा हूं जड़ों से अपनी कहीं भी चला जाऊं सोच मेरी घर को मेरे छोटा सा हिंदुस्तान बनाती है।