चाहत।
चाहत।


चाहत हमारी अमर रहेगी
देखेगा सारा जहाँ
तू धड़कन है मेरे दिल की
तुझ सा दिलबर कहां..............2
दुनिया खफा है, अपने जुदा हैं
मोहब्बत अपनी फिर भी जवां है
तेरी यादें, मेरी सांसे
चलती रहेंगी जब तक जिंदा हैं
रक्खा है तुमको दिल में सजाकर
तुम सा हमसफर है कहां.............
हमारी चाहत.....
तुमसे ही मेरी यह जिंदगानी
तेरी चाहत मेरा सुकून है
तुमने जब से मुझको चाहा
और दुनिया से हम को क्या लेना
नाम खुदा की है यह मोहब्बत
मोहब्बत से ही सारा जहां..
हमारी चाहत..........