बुद्ध की राह
बुद्ध की राह
हमें बुद्ध की राह को गढ़ना जरूरी है।
भीम ने कहा फिर तो पढ़ना जरूरी है।।
जिन्होंने ये गैरबराबरी थोपी समाज में,
आज उन पर भी दोष मँढ़ना जरूरी है।
ये ऊँच-नीच के बीज जो बोए मनों में थे,
उस व्यवस्था के विरुद्ध लड़ना जरूरी है।
गुलामी की गर्त में सदियों पड़े रहे थे हम,
इस गर्त से निकलने को चढ़ना जरूरी है।
आज सपनों को साकार करने के लिए,
हमें भीम की सीख पर बढ़ना जरूरी है।