बस इतना सा ख्वाब है
बस इतना सा ख्वाब है
दिल में बसा के धड़कन तेरी
धड़कने धड़कती रहे मेरी
जिंदगी से एक मुलाकात कर लूँ
कुछ तेरी कुछ मेरी बात कर लूँ
बस इतना सा ख्वाब है
तुम्हें चाहना जैसे
धड़कनों का सांस लेना
हल्की -हल्की बरसात में जैसे
मिट्टी की सौंधी खुशबू में खोना
जीवन में कैसा ये पल है
सदियां है इसमें कहीं तो
बीते हैं जीवन के कई रंग
कैसे जिया जाए तुम बिन