बिन पापा ये जीवन है अधूरा
बिन पापा ये जीवन है अधूरा
पल-पल अधीरता के दौर से चलकर,
सहम के व्याकुलता से दिल थामकर।
प्यार की निशानी की प्रतीक्षा में तड़पकर,
अपने बिंब निहारते ही बाप बने थे पापा।
हाथ थामकर पग-पग दुनिया दिखाकर,
हिम्मत देकर हर पल लक्ष्य बताकर।
जीए कैसे अनजान जग में पथ दर्शाकर
बने रहे सच्चे गुरु सदा मेरे पापा।
गिरने पर भी कभी न मुझे उठाकर,
स्वयं उठो बनो आत्मनिर्भर समझाकर।
हिम्मत जुटाकर निर्भीक होकर जन्म भर,
गिरकर उठने की सीख सिखाए प्यारे पापा।
जतन कर हर वस्तु का सदा ठीक जगह पर,
पैसों के व्यय का प्रबंधन में मंत्रणा हर-पल देकर।
जन्म भर सदैव अनुशासन बद्ध मुझे बनाकर,
आदर्श की मिसाल बनकर मेरे भगवान रहे पापा।
हर- पल जिगर के टुकड़े की उन्नति के सपने,
देखें सदा जन्म भर बनाकर जीवन लक्ष्य अपने।
बिन पापा ये जीवन है अधूरा सिर्फ है सूना- सूना
जिनके लाड़ प्यार बिन सूना है जीवन, वह थे मेरे पापा।