बीती बातें भूल जा,ओ मेरे मनमीत
बीती बातें भूल जा,ओ मेरे मनमीत
1.
बीती बातें भूल जा, ओ मेरे मनमीत
जीवन साथी साथ चल, तुझ से मेरी प्रीत
2.
अहंकार को छोड़ कर, दिल से नाता जोड़
दु:ख-सुख जीवन खेल है, नफरत मन से छोड़
3.
प्रेम हृदय में तब बसे, भीतर मन जब साफ
पति-पत्नी के प्यार में, गुण-अवगुण सब माफ
4.
अपनी-अपनी जिंदगी, अपना कारोबार
बच्चों का क्या कसूर है, उनको चाहिए प्यार
5.
तुम बोलो मैं चुप रहूँ, ऐसा अपना प्यार
मैं बोलूँ तुम सुन सको, खिल जाये संसार
6.
करे बंदगी 'पूर्णिमा', खुद पे होगा नाज
मिलकर मंजिल सर करें, पूरे हों सब काज।