बी.आर.अंबेडकर
बी.आर.अंबेडकर
भीमराव से बाबा साहेब की,
संघर्षमय कहानी थी।
दलितों को न्याय देने की,
बचपन से ही ठानी थी।
भीमराव से बाबासाहेब की,
संघर्षमय कहानी थी।
अर्थ, कानून, सुधार की,
देश में न्याय संगत नींव डाली थी।
छुआछूत के विरोध में,
समान अधिकारों की,
अचूक बात कह डाली थी।
भीमराव से बाबा साहेब की, संघर्षमय कहानी थी।
स्वतंत्र भारत की आजादी को, हरिजन सहाय से,
संविधान में प्रस्तावना कर डाली थी।
सामाजिक बुराइयों को खत्म करने के लिए,
कानूनी नीति रच डाली थी।