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Kalamkaar 51

Abstract

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Kalamkaar 51

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भविष्या में ऐसा भारत होगा

भविष्या में ऐसा भारत होगा

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कोरोना काल से मुक्ति मिलेगी हमको

सभी तालाबंदी से बाहर निकलेंगे

स्वच्छ हवा और पानी मिलेगा

मुरजाये हुए फूल फिरसे खिलेंगे


बिछड़े हुए लोग अपनों से वो अपने अपनों से मिलेंगे

प्रगति होती देश में हमारे सास हम खुलके लेंगे

बेरोज़गार को रोज़गार मिलेगा कोई नहीं फिर भूखे पेट सोयेगा

गम की ना काली आएगी ना फिर कोई

बिछड़ने से अपनों के फुट फुटकर रोयेगा


प्रदूषण नहीं होगा देश में साफ पवन से जीव-जंतु सास लेंगे

वृद्धि होंगी देश में कोई नहीं चंद ऐशो

आराम के लिये अपनों से दूर रहेगा

घर में सबके रोटी होंगी, भर पेट खाना हर कोई खायेगा

भूखा कोई नहीं सोयेगा, कपडे अच्छे पहनेगा भीख कोई नहीं मांगेगा


स्कूल जायेंगे बच्चे काम नहीं करेंगें

पड़ेंगे और उज्वल भविष्य उनका होगा

घर होगा सबके पास चौलो में कोई नहीं रहेगा

सुरक्षित होंगी बेटियाँ कोई भी दुष्कर्म उनके साथ ना होगा


कानून इतना सख्त होगा के

मुजरिम भी जुर्म करने से डरेगा

ना चोरी होंगी सबका सुखमय जीवन होगा

भविष्य में ऐसा भारत होगा।


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