Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer
Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer

Alok Dixit

Action Inspirational

4  

Alok Dixit

Action Inspirational

भक्त की पुकार

भक्त की पुकार

1 min
416


मै क्रंदन करूं, हे रघुनंदन !

इस बंधन से मुक्ति दिलाओ तुम।


पाषाण बनी अहिल्या को,

पल भर में नारी बनाए तुम


शबरी की कुटिया में पहुंचकर,

नवधा भक्ति सिखाए तुम


मिलकर हनुमान से किष्किंधा में,

दुविधा सारी मिटाए तुम


ऐसे दुविधा हमारी मिटाओ,

इस क्रंदन पर आ जाओ तुम।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action