भारतीयता पर गर्व
भारतीयता पर गर्व
जब होश संभाला बड़ा हुआ,
तब से भारतीय होने पर गर्व!
भारत माँ को मैं शीश झुकाऊँ,
देश में रहना लगता नित पर्व!!
यहीं पर पावस धाम अयोध्या,
जहाँ प्रभु राम ने जन्म लिया!
महाभारत काल में अर्जुन को,
कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया!!
भारत में शक्ति स्वरूपा है नारी,
सुत के लिए माँ सब कुछ सहती!
पवित्र पावस है यह भारत देश,
जहाँ हर पल प्रेम की गंगा बहती!!
ऐसे भारत भू पर मैंने जन्म लिया,
जिसका मुझे बहुत अभिमान है!
इस पावन धरती के कण कण में,
वीरों का शौर्य पराक्रम विद्यमान है!!
इसकी मिट्टी में मैं ही पला बढ़ा,
अंतिम साँसों तक चाहूँ मैं रहना!
भारतवासी कहलाने पर होता गर्व,
मेरे प्यारे इस देश का क्या कहना!!
गंगा, यमुना, सरस्वती व सरयू,
बहती पावन नदियाँ मेरे देश में!
विभिन्न जाति धर्म के लोग यहाँ
भाईचारा से रहते कई वेश में!!
सुभाष, भगत, आज़ाद, सुखदेव,
देश भक्ति का देते सदा संदेश हैं!
विभिन्न सभ्यता व संस्कृति का,
एकता की पहचान देते प्रदेश हैं!!
मुझे प्राणों सा प्यारा भारत देश,
इसके कण कण से मुझे प्यार है!
बार बार हो मेरा जन्म यहाँ पर,
इस देश पर मुझ को एतबार है!!