भारत की स्वतंत्रता संग्राम के अंगार उधम सिंह
भारत की स्वतंत्रता संग्राम के अंगार उधम सिंह
गुरुओं कि कुर्बानी
पंजाब पंजाबियत कि शान
सवा लाख से एक लड़ाऊ गुरु गोविंद सिंह नाम कहाउ।।
गुरुओं ने ना झुकना सीखा ना टूटना सीखा देश धर्म मर्यादा पर मर मिटने का जज्बा गुरुओं कि शिक्षा स्वाभिमान।।
जनगण मन राष्ट्र वंन्दन में पंजाब प्रथम सोपान महाराजा रणजीत सिंह हिन्दू हिंदुस्तान का प्रेरक पुरुषार्थ ।।
पंजाब का नौजवान अंदाज
जीना है तो मरना सीखो भारत की धड़कन प्राण।।
दलित परिवार दासता में राष्ट्र उधम सिंह का कठिन काल मे प्रादुर्भाव ।।
बचपन से ही माँ भारती की वेदना आंसू का साक्षात्कार भारत वासी कि घुटन का एहसास ।।
भगत सिंह ,चंद्रशेखर ,विस्मिल, बटुकेश्वर दत्त ,युवा क्रांति कि चिंगारी ज्वाला मशाल ।।
उधम सिंह युवा अंगार बैशाखी का पावन पर्व पंजाब का जन जन एकत्र हुआ शांति उद्देश्य का वैशाखी त्योहार ।।
जनरल ओडायर कि बर्बरता से अविनि काँपी थर्रा उठा आकाश।
उधम सिंह के अंतर्मन में जाग उठा क्रांति कर्म का नौजवान।।
उधम पहुचे लंदन जनरल ओडायर पर किया बम प्रहार
ना जाने कितने देशों यात्रा के बाद।।
पहुचे उधम सूर्यांन्त बिहीन ब्रिटिश साम्राज्य चारो तरफ मौत के साये
दृढ़ संकल्पों का उधम नाम मिटने मिटाने का राष्ट्र के लिये जज्बा संकल्प ज्वाला बाज़ ।।
मौके की तलाश में करता एक दिन रात मिल गया पापी क्रूर ओडायर उधम ने किया प्रहार।।
जालियांवाला बाग का भरपाई हिसाब इक्कीस साल बाद उधम त्याग बलिदानों का मशाल मिशाल।।
उधम भारत भारत वासी कि गरिमा गौरव का स्वर्णिम इतिहास प्रेरक वर्तमान हंसते हंसते फांसी के फंदे का किया अंगीकार।।
स्वतन्त्रता के बलिदानों में उधम सिंह अभेद्य अजेय युवा उत्साह क्रांति का अमिट प्रभाव ।।
नित्य निरंतर उधम प्रेरणा का युवा ओज अध्याय।।