भानुमती का पिटारा।
भानुमती का पिटारा।
दोस्त आज ऐसी वस्तु का बहुत महत्व होता,
जिसमें हर ज़रूरत का सामान मौजूद होता।
जैसे प्राचीन काल में कामधेनु गाय थी होती,
पीठ हाथ फेरते सभी मनोकामना पूर्ण होती।
आज गूगल आधुनिक कामधेनु गाय है होती,
जिससे हर तरह से जानकारी प्राप्त ही होती।
बचपन में हमारी नानी और दादी सदैव होती,
भानुमती का पिटारा जो कहा वो प्राप्त होती।
जब माँ बाप की जैसे कोई लाटरी लगी होती,
संतान की हर इच्छा पूरी करने में जुटी होती।
कुछ वैद्य हकीम की दवा संजीवनी बूटी होती,
कई दुर्लभ और असाध्य बीमारी ठीक है होती।
ऐसा पात्र जिसमें ज़रूरत की हर वस्तुएँ होती,
वो ही आज भानुमती का पिटारा ही तो होती।