बगीचा
बगीचा
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जिंदगी वो बगीचा है
जहां के माली तूम ही हो
तुम ही बीज बोओगे
तुम ही पानी डालोगे
हर आंधी से बचाकर
तुम ही हमें बढ़ाओगे
फूल फल की चिंताकर
तुम ही खाद डालोगे
मीठे रसीले फल पाकर
खुशियों से उछल जाओगे
जीवन के रंग भर
बगीचा अपना सजाओगे
हर मुश्किल का सामना कर
बाग में बहार लाओगे ।