बेवफाई
बेवफाई
वही टूटा हुआ दिल लेके आया हूँ
आंसुओं का समन्दर पीके आया हूँ
उसने बेवफ़ाई की है मुझसे,
वही दास्तान सुनाने आया हूँ
जिंदगी के गुलशन में फूल खिला करते थे
ख़ुशियों के झरने बहा करते थे
बीन बादल बरसात हुआ करती थी
सुबह-शाम साथ मिला करती थी
कितने किये थे वादे उसने
कितनी ली थी कसमें उसने
कभी की थी मोहब्बत उसने
दिखाए मुझे हसीन सपने
वो दोगले किस्से बताने आया हूँ
उसकी झूठी तस्वीर दिखने आया हूँ
जिंदगी से बेदखल कर दिया उसको
अब यादों को मिटाने आया हूँ
अगर मैं उसकी परवाह न करता
दिलों जान से उसे प्यार न करता
तो आज इस तरह न टूटता दिल मेरा
'प्यार की कश्ती ' को न मिलता किनारा
कम्बख्त था दिल मेरा, क्यूँ प्यार कर बैठा
हारा हूँ दिल से, दिमाग न गवां बैठा
दोस्तों, इतना बताने आया हूँ
मैं बेपरवाह , बेगैरत से प्यार कर बैठा
टूटा हुआ दिल जोड़ने आया हूँ
नयी जिंदगी का आगाज़ करने आया हूँ
हर पल के तुम साथी थे मेरे
आज साथ निभाने आया हूँ ..