बेटियां
बेटियां
पिता का गुमान, मां की जान होती हैं ,
घर के आंगन की वो इकलौती शान होती हैं।
कम खिलौने में खुश होने वाली
और कभी कभी फरमाइश न
पूरी होने पर भी चुप रहने वाली,
बचपन से ही अपने आप को हर तरह से ढालने वाली
परिवार की शान होती हैं बेटियां।।
पिता के आंगन में पैदा होकर किसी और
का आंगन सजाने वाली दुनिया की सबसे
ताकतवर इंसान होती हैं बेटियां
और एक किरदार में पैदा होकर
न जाने कितने किरदारों को संभाल लेने वाली
खुदा का दूसरा रूप होती हैं ,बेटियां।।
नाजुक हाथों में पली, नाजुक हाथों को पालने वाली,
अपने गमों को दुनिया से छुपाने वाली,
अपनों पर आने वाली बुरी नज़र को हटाने वाली
खुद में एक पूरा संसार रखने वाली होती हैं बेटियां।।