बेटियां भी कम नहीं
बेटियां भी कम नहीं
बेटियां भी बेटों से कम नहीं है,
युग परिवर्तन के साथ-साथ
बेटियां भी बदल रही है,
देश मेरा आगे बढ़ रहा है
बेटियां भी तो आगे बढ़ रही है,
बेटों की तरह बेटियां भी हर क्षेत्र में ।
अपना परचम फहरा रही हैं,
गाँव से देश की सीमाओं तक
रसोई से ले करके रण-क्षेत्र तक
हल से ले कर
हवाई जहाज तक चला रही है,
अपने देश तो क्या विदेशों तक
अपना हर कर्म का
कमान संभाल रही है,
ईश्वर की अद्भुत कारीगरी है बेटियां,
आज के युग में एक मिसाल है बेटियां,
जीवन की चलती गाड़ी के
दो पहियों में से एक पहिया ही है बेटियां,
मत रोको इनको आगे बढ़ने भी दो,
बेटों की तरह बेटियों को भी पढ़ने दो,
इनके हौसलों को हौसला-अफजाई करो तुम,
उनके भी सपनों को साकार करने दो तुम,
बढ़ती है बेटियां उनको तुम बढ़ने दो,
बेटियां बढ़ेगी तभी तो सृष्टि बढ़ेगी।