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Sumit. Malhotra

Abstract Romance Action

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Sumit. Malhotra

Abstract Romance Action

बेताब दिल की तमन्नाएँ

बेताब दिल की तमन्नाएँ

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बेताब दिल बहुत हो गया जी मेरा, 

हड़कंप सा मचा रहा ये दिल मेरा। 

बेताब दिल की तमन्नाएँ बहुत हुई, 

प्यार एकतरफा हमारा ये है सही। 


मोहब्बत दिल से हो तो ही करना, 

ज़बरदस्ती मजबूर कभी न करना। 

राधा-कृष्ण का प्यार जग ने माना, 

तो प्यार का दुश्मन क्यूँ है ज़माना। 


बेताब दिल की तमन्ना को समझा, 

बेताब आरज़ू रहती तो पूरी करना। 

प्यार में सदा मिलने को बेताब रहे, 

प्यार में दूर जाने के लिए कभी ना। 


बेताब एक दूसरे की याद में रहना, 

प्यार करते तो हमेशा बेताब रहना। 

दिल एक तो इक बार इश्क़ करना, 

ये प्रसाद नहीं जो सभी को बाँटना।


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