बेरंग सी दुनिया है जिनके बिना
बेरंग सी दुनिया है जिनके बिना
बेरंग सी दुनिया है जिनके बिना,
खुशी का रास्ता बनाए सिखाए जो जीना,
वो है पिता,
धरती सा धीरज आसमान सी ऊंचाई जिनमें,
धैर्य और संयम से जो है परिपूर्ण,
वो है पिता,
दिखते सख्त पर दिल मोम सा कोमल है जिनका,
अपने हिस्से की भी जो लुटा देते हैं खुशियां,
वो है पिता,
डांट फटकार में भी प्यार छुपा होता है जिनके,
औलाद के लिए हर मुश्किल से जो टकरा जाए,
वो है पिता,
जिनके प्यार की छांव में मिलती है शीतलता,
हर मुश्किल से डरकर जो हमें लड़ना सिखाता,
वो है पिता,
जीवन की हर परेशानी में सर पर हाथ है जिनका,
हमारी हर गलती पर जो प्यार से समझाते,
वो है पिता,
हमें सही मार्ग दिखाता है अनुशासन जिनका,
इस दुनिया में जो हमारी पहली पहचान है,
वो है पिता,
प्यार का अथाह सागर है जिनके दिल में,
पर कभी जताते नहीं,
वो पिता है जो औलाद की आंखों में,
कभी आंसू आने देते नहीं।