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Neha Dhama

Abstract

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Neha Dhama

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बेबसी

बेबसी

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बेबसी है इतनी ..........

पास उनके जा नहीं सकते।

लाचारी है इतनी ...........

पास उनको बुला नहीं सकते।


अंग - अंग तड़पता है.......

जिसे पा जानें को।

हर अरमान मचलता है .........


जिसमे खो जानें को।

दूर है वो इतने ..........

हमसे कि पूछिये मत।

जवाब भी भेजा नहीं ...........


हमने लिखें कितने खत।

हर खत में ..........

लिखकर भेजा था दिल का अफसाना।

शायद पसन्द नहीं आया .........


उनको प्यार का नजराना।

दिखाते हैं इतनी बेरूखी .........

हमसे कहते हैं प्यार है&n

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आपके इस प्यार में ........

कही छुपी एक तकरार है।


आँखें ठहर सी गई ........

राह उनकी तकते हुए।

दिल बैठ सा गया ..........

इंतजार उनका करतें हुए।


है तड़प दिल में..........

पिया मिलन की कैसे कहे।

है प्रेम कितना ..........

पिया से दिल में कैसे दिखाये।


आश है विश्वास है.........

यही कि कोई मेघ बरसेगा जरूर।

सावन की कोई .......

ठंडी फुहार हम पर पड़ेगी जरूर।


भीगें बदन पर .........

पड़ जायें नजर एक बार।

धोखे से ही सही .........

हो जायें उन्हें हमसे प्यार।।


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