"बदलाव"
"बदलाव"
आंखों में साखी वो ज्वाला ला
जो अंगारों पर जश्न मना सके
जब आए कोई शेर सामने,
वो भी पूंछ हिलाकर जा सके
दुनिया में नामुमकिन कुछ नहीं,
अपने में तू वो बदलाव ला,
ज्वालामुखी तुझे न डिगा सके
आंखों में साखी वो ज्वाला ला
जो अंगारों पर जश्न मना सके
जब आए कोई शेर सामने,
वो भी पूंछ हिलाकर जा सके
दुनिया में नामुमकिन कुछ नहीं,
अपने में तू वो बदलाव ला,
ज्वालामुखी तुझे न डिगा सके