STORYMIRROR

बचपन का गुज़रा जमाना याद आता है

बचपन का गुज़रा जमाना याद आता है

1 min
487


बचपन का 

वो गुज़रा जमाना 

याद आता है,


दादी-नानी का वो 

किस्सा पुराना 

याद आता है।


सर्दियों में माँ के 

हाथों से 

बनाया गया स्वेटर,

 

आज भी

मन को 

भाता है।


गलती करने पे 

डैड का डांटना-चिल्लाना 

औऱ माँ का उन्हें 

समझाना याद 

आता है।


लेट क्लास पहुंचने पर 

टीचर का गुस्सा 

करना औऱ 

पनिशमेंट देना 

याद आता है।

 

बचपन का 

वो गुज़रा जमाना 

याद आता है !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Classics