बच्चे मन के सच्चे
बच्चे मन के सच्चे
बच्चे स्वाभिमान हैं देश का
बच्चे हैं राष्ट्र की शान,
बच्चे ही हैं उन्नति
बच्चे भारत की पहिचान।
बच्चों को अच्छी शिक्षा देना
बच्चों को अच्छे संस्कार देना,
बच्चों में देशप्रेम विकसित करना
है हम सबका कर्तव्य महान्।
चौदह नवम्बर है बालदिवस
चाचा नेहरु का जन्मदिवस ,
बच्चे नन्हें कदमों से चलकर
देश का इतिहास बनायेंगे।
बच्चे ही वो कल है जो
भारत को सुनहरा बनायेंगे,
भारत के नन्हें नागरिक हैं
भारत की आशा के केन्द्र हैं।
बच्चे ईश्वर का उपहार हैं
भोले और निश्छल हृदय ,
बच्चे कच्चे घड़े जैसे
जैसा ढालो ढल जायेंगे।
बच्चों के सपनों को उड़ान भरने दो
जो चाहें उन्हें बनने दो,
बड़े होकर देश का नाम उज्ज्वल करें
देश के सपनों को साकार करें।
यहॉं दुष्यन्तपुत्र भरत से तेजस्वी हुए
जिनके नाम पर देश का नाम भारत पड़ा,
बचपन में सर्वदमन कहलाते थे
शेरों के दॉंत गिनते थे अपूर्व साहस से।
यहॉं लव- कुश जैसे वीर हुए
ध्रुव प्रह्लाद जैसे दृढ़ निश्चयी भक्त हुए,
ज़ोरावर सिंह फ़तेहसिंह जैसे
बलिदानी हिम्मती देशभक्त हुए।।