"बारावफात"
"बारावफात"
सबको मिले यहां खुशियों की सौगात
सबको मुबारक हो जश्ने ए बारावफात
आज हुआ हजरत मोहम्मद का जन्म,
आज खुदा को करते है, हम बहुत याद
गरीबों को खाना खिलाते,करते दान
ऐसे मनाते हम बारावफात का त्योहार
नबी के आने से हुआ नेकी का प्रसार
बदी मिटी, अच्छाई का बढ़ गया संसार
उनके संदेशों को जीवंत करे, हम आज
करे सब यहां मानव-मानव से प्यार
हमारे हिंद में हर जगह अमन चैन हो,
दुआ में उठाए,मिलकर हम हाथ हजार
छोड़ दे सब बुराइयों को हम भीतर से,
आज के दिन हम करे ऐसी शुरुआत
हर जगह पर बस दीप ही दीप जले,
अंधेरे को मिटाने चराग जलाये हजार
अबकी बार ऐसे मनाये, हम बारावफात
बुराइयों को दे, दे सब मिलकर तलाक
सबको मिले यहां खुशियों की सौगात
सबको मुबारक हो जश्ने ए बारावफात