अपनी प्रेम कहानी पढ़ ले
अपनी प्रेम कहानी पढ़ ले
वो जानते नही हैं तो मुझे आके जान लें
मेरी जिंदगी के सारे पड़ावों को पढ़ लें
मेरी जिंदगी भी है उनकी बदौलत
चंद खुशियों की चुटकी भी है उनकी बदौलत
मुठ्ठी में चाहूँ कैद करना तेरी हँसी को
मेरी ख़ुशी है तुझमें ये तू मान ले
आओ समंदर बन जाये डूबे न हम तुम
दरिया पार कर जायें बिछड़ें न हम तुम
चाहत की ड़ोर से बंध जायें हम तुम
मेरी आशिकी को तू पहचान ले
मुझे आशिकी का तुझ संग मजा आ रहा है
तू ही मेरे दिल में समाता जा रहा है
जिंदगी के कोरे पन्नों में तू ही लिखा जा रहा है
अब देर कर न तू अपनी प्रेम कहानी पढ़ ले
मेरी जिंदगी के सारे पढावों को पढ़ ले।