अपने लिए
अपने लिए
खुद को सजाओ
खुद को सँवारो
अपने लिए भी
समय निकालो
कभी कभी खुद को भी
तोहफ़े दिया करो तुम
और कभी खुश होकर
अपनी ही तारीफ़ करो तुम
कोई नहीं आएगा कहने
थोड़ा आराम करो तुम
औरों के लिए बहुत जी लिए
अब अपने लिए जियो तुम।
खुद को सजाओ
खुद को सँवारो
अपने लिए भी
समय निकालो
कभी कभी खुद को भी
तोहफ़े दिया करो तुम
और कभी खुश होकर
अपनी ही तारीफ़ करो तुम
कोई नहीं आएगा कहने
थोड़ा आराम करो तुम
औरों के लिए बहुत जी लिए
अब अपने लिए जियो तुम।