अपने डर पर काबू
अपने डर पर काबू
अपने डर पर तू पूर्ण काबू करना सीख ले
अपनी कमजोरियां तू समय रहते जीत ले
यह दुनिया हमेशा ही दोनों तरफ घूमती है
जिसदिन तेरा बुरा दौर आयेगा, सब हंसेंगे
अपनी बुज़दिली को तू ज़रा हंसकर पीट ले
जिसदिन तुझे खुद पर काबू करना आया,
समझ ले उसदिन से बन गया तू एक राजा,
अपने मन पर तू नियंत्रण करना सीख ले
अपने डर पर तू पूर्ण काबू करना सीख ले
हर स्थिति में तू कमल मीत बनना सीख ले
यही जिंदगी का फ़लसफ़ा, कोई न सगा है
अपने को तू तटस्थता की एक दहलीज दे
यह तेरा डर, तुझे कुछ करने नही दे रहा है,
दुनिया रण में तुझे विजय होने न दे रहा है,
अपने आप को तू लगातार कर्म की नींव दे
खुद का आत्मविश्वास, डर का करेगा नाश,
अपने आप को तू आत्मविश्वास की प्रीत दे
अपने डर पर तू पूर्ण काबू करना सीख ले
जितना डरेगा, उतना ज्यादा दुनिया डराएगी,
अपने डर को तू, अपनी निडरता से जीत ले
जिसदिन तू खुद का डर खत्म कर पायेगा,
उसदिन तू खुद को फ़लक मे बैठा पायेगा,
अपने डर को तोड़, फ़लक तक तू खरीद ले
अपने डर को तू पूर्ण काबू करना सीख ले
और इस जिंदगी की भरपूर तू चीनी ले।