अनजान रास्ता
अनजान रास्ता
1 min
299
यह अनजान रास्ता मुझे कहाँ ले जाएगा,
कभी तो इस जीवन पथ का अंत आएगा।
असमंजस में हूँ कि क्या मौत से पहले ये,
अनजान रास्ता मुझे मंजिल से मिलाएगा।
ये अनजान रास्ता है अगर भटक गया मैं,
तो मुझे यहाँ राह आखिर कौन बताएगा।
मौत से डरता नहीं हूँ मैं चाहे जब आ जाए,
मौत ही अब मंजिल को मेरी करीब लाएगा।
बहुत कुछ कर चूका हूँ मंजिल कि खातिर,
अब ये मंजिल मुझसे क्या-क्या करवाएगा।