Angel Dost
Angel Dost
जब पहली बार देखा तुम्हें....तो लगा ये बन्दर कहाँ से आया है...
आसमान से टपकाया गया है या जमीन खोदकर आया है....
फ़िर पता चला की इसे तो order देकर बनाया गया है....
सच कहूं तो दिल कहता है तुम्हें खुदा ने फ़रिश्ता बना कर भेजा है...
तुम मुझे एक प्यारे angle से लगते हो....तुम मुझे god gifted बच्चे लगते हो...
ज़िन्दगी में अपने b'day के दिन से ज्यादा मुझे इस दिन का इंतजार रहता है...
पता नहीं क्यों पर पूरे साल में मुझे ये दिन सबसे खास लगता है....
तेरे ज़िन्दगी में आने से दोस्त मेरी ज़िन्दगी की शुरुआत हुई....
तेरी ही वजह से ऎ दोस्त मेरे चेहरे पर पहली बार एक प्यारी सी मुस्कान आई....
सच कहूं तो ये एक बार नहीं मैंने बार बार देखा है...
जब भी मैं मुश्किल में होती हूँ...तू ना जाने help करने कहाँ से पता नहीं
अनजाने में तुम मेरी हर बार help करने आ जाते हो...
ना जाने तुम्हारी एक आवाज से मेरे अंदर कौन सी हिम्मत की लहर दौड़ पड़ती है...
तुम कुछ खास हो... तुम मेरे लिए तो एक नायाब angle हो...
कभी नाक पे गुस्सा....कभी तुम्हारी पागल शरारतें...
और कभी तुम्हारी समझदारी भरी बाते... यही तो तुम्हें सबसे खास बनाती है...
तभी तो मैं तुम्हें कभी कड़वी करेली...कभी बन्दर कहकर बुलाती हूँ...
ना तू दिखने में बन्दर सी ना तू कड़वे करेले सी....
बस ये तो मैं तुम्हें दोस्ती के हक से प्यार से कहकर बुलाती हूँ....
आँखें तुम्हारी गोल गोल जलेबी सी...
मुस्कान तुम्हारी गुलाब के फूलों सी...
आवाज तुम्हारी मिठी सी...
कान तुम्हारे ख़रगोश से..
चेहरे पर प्यारी सी चमक एकदम चाँद सी...
दोस्ती तुम्हारी कृष्ण सी... जो मेरे दिल को सबसे ज्यादा लुभाती है....
मुझे कहे तुम पर कुछ लिखूं तो सच कहूं तो मैं तुम पर लिखते लिखते ना थकूं...
कागज पर लिखी हर कहानी में तेरे ही शब्द होते हैं....
मैं तो बस लिखती हूँ...मेरी लिखी हर कहानी की प्रेरणा तुमसे ही मिलती है...सजती रहे खुशियों की महफिल,
हर खुशी सुहानी रहे आप जिंदगी
में इतने खुश रहे की हर खुशी
आपकी दीवानी रहे, बहुत बहुत मुबारक हो ये समां
बहुत ही नायाब लग रहा आज जहां।
आपसे दूर हूँ स्वीकार कीजिए ये संदेश।
Happy b'day mere pyaare dost